इस साल भाद्रपद माह की अमावस्या सोमवार 2 September को पड़ रही है। इस वजह से इसे सोमवती अमावस्या कहा जाएगा। अमावस्या अगर सोमवार को पड़ती है तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है। सोमवती अमावस्या साल में एक से दो बार आती है। अमावस्या के दिन स्नान-दान और व्रत करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण और पिंड दान भी किया जाता है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन पूर्वज धरती पर आते हैं। ऐसे में इस दिन इन कामों को करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सोमवती अमावस्या का दान का अत्यधिक महत्त्व है, विशेष रूप से सनातन धर्म में। इस दिन किए गए दान का पुण्य फल कई गुना बढ़ जाता है। गरुड़ पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों में सोमवती अमावस्या पर दान को पूर्वजों के आशीर्वाद को प्राप्त करने का महत्वपूर्ण माध्यम माना गया है।
करें इन चीजों का दान
- मेष राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर गेहूं का दान करें।
- वृषभ राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर सफेद वस्त्र का दान करें।
- मिथुन राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर साबुत मूंग का दान करें।
- कर्क राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर चावल का दान करें।
- सिंह राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर गेहूं और मूंग दाल का दान करें।
- कन्या राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर हरी सब्जी का दान करें।
- तुला राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर चूड़ा और चीनी का दान करें।
- वृश्चिक राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर लाल रंग के वस्त्र का दान करें।
- धनु राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर जौ, पके केले, घी का दान करें।
- मकर राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर काले तिल का दान करें।
- कुंभ राशि के जातक महापात्र को चमड़े के जूते और चप्पल का दान करें।
- मीन राशि के जातक सोमवती अमावस्या पर पीले रंग के कपड़े का दान करें।