Kojagiri Pornima

शरद पूर्णिमा की रात करें ये उपाय, भरपूर कृपा बरसाएंगी मां लक्ष्मी

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि को माह की महत्वपूर्ण तिथियों में से एक माना जाता है। आश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही इसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस तिथि पर महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली के लिए व्रत भी करती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं इस दिन के लिए कुछ खास उपाय।

 

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विशेषता -

1.आश्विन माह में मनाई जाती है शरद पूर्णिमा।
2.इस दिन को कहा जाता है कोजागरी पूर्णिमा।
3.मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए है उत्तम दिन।

धर्म में आश्विन माह में आने वाली शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) को काफी खास माना गया है। यह तिथि मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति हेतु उत्तम मानी गई है। ऐसे में आप शरद पूर्णिमा की रात को कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं, जिससे आपको धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है, साथ ही व्यक्ति के सौभाग्य में भी वृद्धि होती है।

 

पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त (Sharad Purnima Shubh Muhurat)

आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 16 अक्टूबर को रात 08 बजकर 40 मिनट पर हो रहा है। साथ ही इस तिथि का समापन 17 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 55 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) 16 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दौरान शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है –

शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय – शाम 05 बजकर 05 मिनट पर

शरद पूर्णिमा निशिता काल – रात्रि 11 बजकर 42 से 12 बजकर 32 मिनट तक

 

सुख-सौभाग्य में होगी वृद्धि (Sharad Purnima 2024 Upay)

शरद पूर्णिमा की रात को एक बर्तन में खीर रखकर उसे रातभर खुले आसमान में चांदनी के रख दें। अब अगले दिन पूरे परिवार के साथ इस खीर का सेवन करें। यह शरद पूर्णिमा का एक प्रसिद्ध उपाय है, जिसे करने से व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है। इसी के साथ आप शरद पूर्णिमा के संध्या पूजन के दौरान मां लक्ष्मी को मखाना या मखाने से बनी खीर भी अर्पित कर सकते हैं।

 

करें इस मंत्र का जप-

शरद पूर्णिमा की रात, लक्ष्मी जी की मूर्ति या फोटो के सामने 5 घी के दीये जलाएं। इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए ‘ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः’ मंत्र का कम से कम 11 माला जप करें। इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ भी किया जा सकता है।

 

स्नान-दान और लक्ष्मी पूजा का समय (Sharad Purnima 2024 Snan Or Daan Time)

वैदिक पंचांग के अनुसार, शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त रात 11:42 से 12:32 बजे तक रहेगा। वहीं, स्नान और दान का समय सुबह 04:42 से 05:32 बजे तक है।

यदि कोई इस दौरान दान नहीं कर पाते हैं, तो वे राहुकाल और भद्राकाल को छोड़कर किसी भी शुभ मुहूर्त में दान कर सकते हैं।

 

शरद पूर्णिमा पूजन मंत्र-

गगनार्णव माणिक्य चंद्र, दाक्षायणीपति।
गृहाण अर्घ्यं मया दत्तं, गणेशप्रतिरूपक॥

ॐ इमं देवाः असपत्नं, ग्वं सुवध्यं।
महते क्षत्राय, महते ज्यैष्ठाय, महते॥

 

मां लक्ष्मी वैदिक मंत्र-

ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा।
पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी, पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि, येन सौख्यं लभाम्यहम्।

 

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