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वास्तु के अनुसार घर पर कैसी चीजें होने से बढ़ती है नकारात्मकता!

वास्तुशास्त्र में माना जाता है कि घर की ऊर्जा और माहौल पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। अगर घर में विभिन्न वास्तु दोष हैं, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। इसमें कुछ मुख्य दोष शामिल होते हैं, जैसे कि दक्षिण-पश्चिम मुखी घर, कठिन बनावट वाली घर की विशेष रचना, तलाशीली या टूटी हुई इमारतें, बिना व्यापारिक उद्देश्य के टूटे हुए चीज़ों का उपयोग, और घर के विभिन्न हिस्सों में अकेलापन। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी प्रत्येक वस्तु या फिर घर में रह रहे सदस्यों की आदतों का सकारात्मक और नकारात्मक असर आपकी सुख-समृद्धि को प्रभावित कर सकता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है लेकिन कई बार बहुत प्रयासों के बावजूद भी उसे उतनी सफलता नहीं मिलती,जिसकी उसे उम्मीद होती है। जीवन में एक के बाद एक समस्या आती रहती है। आपको पता भी नहीं चलता और आपकी कई अनजानी बुरी आदतें घर में वास्तु दोष उत्पन्न कर देती हैं। ऐसे में अगर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो अपनी इन आदतों को बदल लीजिए।

अच्छी सेहत पाने के लिए रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी जागने की बात कही गई है। लेकिन देर से सोना और देर से उठना दोनों ही आदतें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। वैज्ञानिक शोधों से यह स्पष्ट हो चुका है कि जल्दी उठना दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है इससे दिमाग की कोशिकाएं सक्रिय रहती हैं जिससे दिमाग तेज होता हैं और याददाश्त अच्छी बनी रहती हैं। वास्तु के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में तम एवं रजो गुण की मात्रा बहुत कम होती हैं और इस समय सत्वगुण का प्रभाव अधिक होता हैं इसलिए इस काल में बुरे मानसिक विचार भी सात्विक और शांत हो जाते हैं, सेहत अच्छी रहती है।

अधिकांश घरों में छत की सफाई को लेकर लोगों की आदत होती है कि कौन देखता है,पर छत पर कबाड़ पड़ा होने से वास्तुदोष उत्पन्न होता है। यहां किसी भी प्रकार के बांस या लोहे का जंग लगा हुआ सामान या फिर टूटी कुर्सियां इत्यादि फालतू सामान कभी न रखें। जिन लोगों के घरों की छत पर अनुपयोगी सामान रखा होता है, वहां नकारात्मक शक्तियां अधिक सक्रिय रहती हैं, उस घर में रहने वाले लोगों के विचार नकारात्मक होते हैं एवं  परिवार में भी मनमुटाव की स्थितियां बन सकती हैं।

घर में साफ-सफाई और स्वच्छता बहुत जरूरी है। झाड़ू का उपयोग उचित समय पर और आवश्यकता अनुसार करना चाहिए, जैसे सुबह और शाम, ताकि घर साफ और सुव्यवस्थित रहे। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बार-बार झाड़ू लगाने से घर की सकारात्मक ऊर्जा बाधित होती है,जिससे घर में आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं दिन में कई बार झाड़ू लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है। यह घर के वातावरण को अस्थिर और अशांत कर सकता है। वास्तु के अनुसार घर में जमा पुराने  जूते-चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, घर की समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। इसी प्रकार जूते-चप्पल इधर-उधर पड़े होने से घर में कलह बढ़ता है और आपसी संबंध खराब होते हैं।

घर में विद्युत सम्बन्धी उपकरण जो कर्कश ध्वनि उत्पन्न करते हों जैसे पंखे,कूलर आदि की समय-समय पर मरम्मत करवाते रहें एवं दरवाज़ों के कब्जों में तेल डालते रहें। वास्तु की मानें तो खोलते या बंद करते समय आवाज़ करते हुए दरवाज़े एवं खिड़कियां नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं,जो आपकी सुख-शांति को भंग कर सकते हैं। कई बार देखा जाता है कि पढ़ाई या कार्यस्थल की डेस्क पर बैठकर लोग चाय, कॉफी या भोजन करते हैं।आपकी यह आदत आपकी तरक्की में बाधा,क्लेश या मानसिक विकार का कारण बन सकती है।

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