सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, और किसी भी शुभ या मांगलिक अवसर की शुरुआत गणेश जी की पूजा के बिना पूरी नहीं मानी जाती। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश का जन्मदिन भी मनाया जाता है। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की सभी बाधाएं समाप्त होती हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
तिथि और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 6 सितंबर को दोपहर 3:01 बजे होगी और इसका समापन 7 सितंबर को शाम 5:37 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार, गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा और आराधना की जाती है, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
गणेश चतुर्थी पर विशेष उपाय
अगर आप जीवन में किसी बाधा का सामना कर रहे हैं और परेशान हैं, तो गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है। इस दिन मोदक या लड्डू का भोग अर्पित करें और सुख-शांति के लिए प्रार्थना करें। मान्यता है कि इस पूजा से सभी समस्याओं का समाधान होता है और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है।
आर्थिक तंगी से मुक्ति के उपाय
अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के स्तोत्र का सच्चे मन से पाठ करें। गरीबों को श्रद्धा के अनुसार दान दें। मान्यता है कि इस प्रकार के उपाय से आर्थिक तंगी समाप्त होती है और धन लाभ के अवसर सृजित होते हैं।
शमी का पत्ता और दूर्वा अर्पण का महत्व
गणेश चतुर्थी के दिन पूजा के दौरान भगवान गणेश को शमी का पत्ता और दूर्वा अर्पित करें। ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।