शिवपुराण हिंदू धर्म के अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है, जो विभिन्न जीवन स्थितियों और समस्याओं को संबोधित करने के लिए विस्तृत निर्देश और उपाय प्रदान करता है। इस ग्रंथ में जीवन के विविध पहलुओं को सुधारने के लिए अनेक उपाय बताए गए हैं, जो न केवल व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि लाने में सहायक होते हैं, बल्कि ग्रहों के दोषों को दूर करके मानसिक और शारीरिक शांति प्राप्त करने में भी मदद करते हैं।
शिवपुराण के अनुसार, प्रत्येक दिन का एक विशिष्ट ग्रह स्वामी होता है। इस ग्रह स्वामी को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय और प्रार्थनाएँ सुझाई गई हैं। उदाहरण के लिए, सोमवार को चंद्रमा के लिए पूजा की जाती है, जबकि मंगलवार को मंगल ग्रह के लिए विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। इसी प्रकार, बुधवार को बुध ग्रह, गुरुवार को बृहस्पति, शुक्रवार को शुक्र, शनिवार को शनि और रविवार को सूर्य के लिए पूजा और उपाय किए जाते हैं।
उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, यदि इन उपायों को विधिपूर्वक और श्रद्धा से किया जाए, तो व्यक्ति के जीवन में अद्भुत परिवर्तन आ सकते हैं। ये उपाय व्यक्ति के मानसिक तनाव को कम करने, शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने, और जीवन में स्थिरता और सफलता प्राप्त करने में सहायक होते हैं। ग्रहों की कृपा प्राप्त करने के लिए किये गए ये उपाय, जीवन में आने वाली कठिनाइयों को भी दूर कर सकते हैं और सुख-समृद्धि को बढ़ावा दे सकते हैं।
उपायों में शामिल हो सकते हैं: विशेष मंत्रों का जाप, पूजा अर्चना, व्रत करना, दान-पुण्य करना, और ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का विशेष प्रयोग करना। इन उपायों को नियमित रूप से और सही विधि से करने पर व्यक्ति का भाग्य बदल सकता है और उसकी समृद्धि में वृद्धि हो सकती है।
यहाँ हर दिन के विशेष ग्रह और उनके उपासना विधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है
- रविवार: रविवार के अधिपति देव सूर्य माने जाते हैं, जो अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। इन्हें प्रसन्न करने के लिए रोज सुबह सूर्य को जल चढ़ाएं। यह उपाय रविवार से शुरू करें और किसी गरीब को गुड़ का दान करें। इस दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
- सोमवार: सोमवार का दिन चंद्रमा का होता है, जो संपत्ति और मानसिक शांति के दाता हैं। इस दिन शिवजी की विशेष पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं। किसी गरीब व्यक्ति को उसकी पत्नी सहित भोजन कराएं, जिसमें शुद्ध घी से बने पकवान अवश्य शामिल करें। ऐसा करने से चंद्रमा की कृपा प्राप्त होती है और संपत्ति में वृद्धि होती है।
- मंगलवार: मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन माना जाता है, जो बीमारियों को दूर करने वाले हैं। इस दिन महाकाली की पूजा करें और किसी गरीब को भोजन कराएं। भोजन में उड़द, मूंग या तुवर की दाल अवश्य शामिल करें। मंगलवार के दिन भगवान हनुमान की पूजा भी शुभ मानी जाती है, जिससे साहस और बल में वृद्धि होती है।
- बुधवार: बुधवार का दिन बुध ग्रह का होता है, जो बुद्धि और वाणी के स्वामी हैं। इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाएं और दूध से बने पकवान का भोग लगाएं। विष्णु भगवान की पूजा भी बुध को प्रसन्न करती है। बुध ग्रह की कृपा से वाणी में मिठास और बुद्धि में तीव्रता आती है।
- गुरुवार: गुरुवार के स्वामी बृहस्पति देव होते हैं, जो आयु और ज्ञान के दाता हैं। इस दिन अपने इष्टदेव और शिवजी की पूजा वस्त्र, यज्ञोपवीत और खीर से करें। गुरुवार को भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा से विद्या, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- शुक्रवार: शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह का होता है, जो सुख-सुविधाओं और सौंदर्य के कारक हैं। इस दिन किसी गरीब महिला को सुहाग का सामान और अन्न दान करें। इसके साथ ही देवी लक्ष्मी की पूजा करके उन्हें सफेद वस्त्र और कमल का फूल अर्पित करें। इससे जीवन में ऐश्वर्य और समृद्धि आती है।
- शनिवार: शनिवार का कारक ग्रह शनि है, जो मृत्यु भय और दुखों को दूर करने वाले हैं। इस दिन शिवलिंग पर तिल चढ़ाएं और किसी गरीब को तिल से बना भोजन कराएं। तेल का दान करें और शनि देव की पूजा करें। इससे शनि दोष दूर होते हैं और जीवन में शांति और स्थिरता आती है।