कुंवारी कन्याओं के लिए दुर्लभ संयोग, सावन सोमवार पर करें ये 5 उपाय, चट मंगनी पट ब्याह के बनेंगे योग

सावन सोमवार उपाय: सावन मास हरियाली का प्रतीक है. इस महीने शिव की कृपा बरसती है. जिन जातको का अभी तक विवाह नही हुआ है. वो अगर कुछ अचूक उपाय करे तो जल्द ही विवाह के योग्य बनते है.

हिन्दू धर्म में श्रावण माह भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. श्रावण मास को अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना गया है. भगवान शिव को समर्पित यह महीना भक्ति, तपस्या और श्रद्धा का प्रतीक होता है. यह माह भगवान शिव शंकर की भक्तों पर कृपा बरसती है. इस दौरान प्रकृति चारों ओर हरियाली से सराबोर रहती है.
इस बार सावन के महीने में कई खास संयोग भी बन रहे हैं. ऐसी स्थिति में सावन के माह में शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अपने अपने तरीके से पूजा आराधना करते हैं. सावन के महीने में न केवल भगवान भोलेनाथ बल्कि माता पार्वती की पूजा का विधान है. उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार अगर आपकी शादी में अड़चनें पैदा हो रही हैं और किसी कारण बस आपकी शादी नहीं हो रही है, तो सावन में कुछ अचूक उपाय से शिर्घ ही विवाह के योग्य बनते है.
– सावन सोमवार के दिन भगवान शिव का सच्चे मन से अभिषेक करें. साथ ही जल्द विवाह होने की कामना करें. इस उपाय को करने से विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है.

सावन के सोमवार के दिन कुंवारी कन्या हो या फिर कुंवारे लड़के हो उनको चाहिए ब्रह्म मुहूर्त उठकर एक बाल्टी पानी लें और उसमें गंगाजल डालकर हर हर गंगे करते हुए स्नान करना चाहिए. इसके बाद शिव मंदिरों में जाकर भगवान शिव की विधि विधान से पूजन करना चाहिए. और ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना उत्तम रहता है.
– सावन के महीने में आविवाहित लड़का या फिर आविवाहित लड़की पीले रंग का वस्त्र पहनना चाहिए. पीले रंग के वस्त्र पहनकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें.
– भगवान शिव को पीले रंग का फूल अर्पित करें. इसके अलावा शिवलिंग पर लगातार 10 दिनों तक इत्र अर्पित करें. और शिर्घ विवाह हो ऐसी कामना करे. ऐसा करने से जल्दी विवाह के योग बनेंगे.
– सावन के हर सोमवार को भगवान शिव के मंदिर में शिवलिंग पर पांच नारियल अर्पित करे. नारियल चढ़ाने के बाद ओम श्री वर प्रदाय श्री नमः का जप करें. ऐसा करने से कुवारी कन्या के जल्द ही विवाह के योग्य बनेगे.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *