बृहस्पति गोचर: वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को शुभ एवं लाभकारी ग्रह माना जाता है जो कि लगभग एक वर्ष में अपना राशि परिवर्तन करते हैं इसलिए इनकी चाल, दशा या स्थिति में बदलाव देखने को मिलता है, तो इसका प्रभाव संसार के सभी प्राणिंयों को प्रभावित करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, जब देवगुरु बृहस्पति की शुभ दृष्टि किसी राशि या भाव पर पड़ती है, तब भी व्यक्ति को सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है। इसी प्रकार, एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको रूबरू करवाएगा कि बृहस्पति गोचर 2024 से किन राशियों को होगा फायदा। साथ ही तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस विशेष लेख की और सबसे पहले जानते हैं कि गुरु ग्रह के गोचर की तिथि और समय के बारे में।
बृहस्पति गोचर: तिथि एवं समय
जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि गुरु ग्रह का गोचर एक वर्ष के बाद होता है और यह पिछले महीने यानी कि 01 मई, की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर कर गए थे और अब यह इस राशि में अगले साल 14 मई 2025 तक विराजमान रहेंगे। बता दें कि वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और ऐसे में, बृहस्पति देव के पूरे एक साल तक शुक्र की राशि में रहने पर यह कुछ राशि के जातकों को सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। इस एक साल के दौरान गुरु देव वक्री, अस्त, उदय और मार्गी भी होंगे। ऐसे में, यह कुछ राशि वालों के जातकों के जीवन में परिवर्तन लेकर आ सकते हैं। आगे बढ़ते हैं और आपको अवगत करवाते हैं कि बृहस्पति किन राशियों के जीवन को खुशियों से भर देंगे।
2025 तक गुरु ग्रह इन राशियों के जीवन को भर देंगे धन-धान्य, सुख एवं संपत्ति से
मेष राशि:
मेष राशि वालों के लिए गुरु ग्रह का वृषभ राशि में गोचर फलदायी साबित होगा। इस अवधि में लंबे समय से रुके या अटके हुए काम बनने लगेंगे। साथ ही, धन-संपदा में भी वृद्धि देखने को मिलेगी। बता दें कि मेष राशि के जातकों के लिए गुरु महाराज आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में नौवा भाव भाग्य का होता है और वृषभ राशि में गोचर करके 2025 तक यह आपकी राशि के दूसरे भाव में रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी। इन लोगों के बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी होगी जिसके चलते आप धन की बचत करने में भी सक्षम होंगे।
इस राशि के लोगों का समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और पारिवारिक जीवन में भी परिवार के सदस्यों में प्रेम बना रहेगा। साथ ही, परिवार में आपको कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उनका बिज़नेस तेज़ी से आगे बढ़ेगा और आपके काफ़ी समय से रुके हुए प्रोजेक्ट अब पूरे हो सकते हैं। मेष राशि के दूसरे भाव में उपस्थित बृहस्पति की दृष्टि आपके छठे, आठवें और दसवें भाव पर होगी। इसके फलस्वरूप, इन लोगों को पुराने कर्ज से आज़ादी मिलेगी। मेष राशि के छात्र शिक्षा में अपार सफलता हासिल करेंगे और नए-नए दोस्त बनाते हुए भी दिखाई देंगे। करियर में भी आप ऊंचाइयां छूएंगे, तो वहीं आप पार्टनर के साथ कीमती समय बिताएंगे।
वृषभ राशि:
वृषभ राशि वालों के लिए बृहस्पति देव आपकी कुंडली में आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके पहले/लग्न भाव में मौजूद होंगे और इसके फलस्वरूप, इन जातकों के लिए गुरु देव शुभ फल लेकर आएंगे। अगर आपका संबंध रिसर्च, ज्योतिष या गुप्तचर से जुड़े क्षेत्रों से है, तो आप ख़ूब सफलता हासिल करेंगे। साथ ही, आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और इस समय को आपकी आर्थिक स्थिति के लिए भी अच्छा कहा जाएगा।
गुरु आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी होने की वजह से आपको अच्छा ख़ासा धन लाभ करवाएंगे। इन लोगों को आय में वृद्धि के नए स्रोत प्राप्त होंगे। लेकिन, आपको सेहत को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं। आपका प्रेम और वैवाहिक जीवन गुरु महाराज के आशीर्वाद से प्रेम से गुलज़ार रहेगा। जिन जातकों के वैवाहिक जीवन में समस्याएं चल रही थी, अब वह दूर हो जाएंगी। इसके विपरीत, गुरु ग्रह की नौवीं दृष्टि भाग्य भाव पर पड़ने से आपके धार्मिक यात्राओं पर जाने के योग बनेंगे और ऐसे में, आप खुश एवं संतुष्ट दिखाई देंगे।
कर्क राशि:
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु महाराज आपके नौवें व छठे भाव के स्वामी हैं जो कि वृषभ राशि में गोचर करके आपके ग्यारहवें भाव में जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, इन जातकों की किस्मत का तारा बुलंदियों पर होगा और आपकी इच्छाओं के पूरे होने में जो समस्याएं आ रही थी, अब वह दूर हो जाएंगी। इस राशि के छात्र पढ़ाई में खूब प्रसिद्धि हासिल करेंगे और साथ ही, बृहस्पति देव जीवन के विभिन्न आयामों में कामयाबी दिलाने का काम करेंगे। समाज में आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी।
इन जातकों के अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रिश्ते मधुर बने रहेंगे। यह जातक करियर के क्षेत्र में ख़ूब सफलता प्राप्त करेंगे। साथ ही, बृहस्पति देव की ग्यारहवें भाव में दृष्टि आपके तीसरे, पांचवें और सातवें भाव पर पड़ रही होगी। इसके फलस्वरूप, अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको कारोबार में अच्छा मुनाफा मिलेगा। इन लोगों के भाई-बहनों के साथ संबंधों में मिठास बनी रहेगी और आपके जीवन में जो परेशानियां चल रही थी, अब उनका अंत हो जाएगा। गुरु गोचर की अवधि में आप पर्याप्त मात्रा में पैसा कमाने में सक्षम होंगे।
सिंह राशि:
सिंह राशि के जातकों के लिए देव गुरु आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, गुरु का यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा क्योंकि इस अवधि में व्यापार में नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, नौकरी में तरक्की और काम में की गई मेहनत के लिए सराहना मिलने के योग बनेंगे। यह जातक काम को पूरा करने में जितनी भी मेहनत करेंगे, उसे वरिष्ठों द्वारा सराहा जाएगा।
आर्थिक जीवन के लिए यह समय निवेश के लिए बेहतरीन रहेगा और आपको ख़ूब लाभ की प्राप्ति होगी। आपको पैतृक संपत्ति मिलने या फिर अचानक से लाभ होने की संभावना है। साथ ही, आप आर्थिक रूप से स्थिर होंगे। गुरु आपके प्रेम जीवन में मिठास घोलने का काम करेंगे और ऐसे में, आप पार्टनर के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं जिससे आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा।