आसमान में ग्रहों की चाल हमारे जीवन पर महीनों तक असर छोड़ जाती है। 10 अगस्त 2025 को खास ज्योतिषीय स्थिति बन रही है -मन का कारक ग्रह चंद्रमा कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जहाँ पहले से छाया ग्रह राहु मौजूद है। इस मिलन से ग्रहण-योग बन सकता है, जो कुछ लोगों के लिए तनाव और करियर-सम्बंधी मुश्किलें बढ़ा सकता है।

- ग्रहण-योग क्या है -सरल भाषा में समझें:
ग्रहण-योग तब बनता है जब चंद्रमा और राहु/केतु जैसी छाया ग्रहों की युति किसी राशि में बनती है। चंद्रमा भावनाओं, मनोदशा और मानसिक संतुलन का प्रतिनिधि है। जब चंद्रमा राहु के साथ रहे, तो भावनात्मक अस्थिरता, भ्रम और मानसिक दबाव बढ़ने के संकेत मिल सकते हैं। यही कारण है कि ऐसे समय में थोड़ा सतर्क रहना बुद्धिमानी है।
1) सिंह (Leo):
- संकेत: इस अवधि में वैवाहिक जीवन या पार्टनर-संबंधों में अनबन बढ़ने की संभावना है। व्यापार में साझेदारों के साथ मतभेद हो सकते हैं और योजनाएँ अपेक्षा अनुसार फलित न हों।

- उपाय: बुलन्द उम्मीदें रखें पर जोखिम भरे निर्णय टालें। घर पर शांति बनाए रखें; परिवार से संबंधित मामलों में घुटकर निर्णय न लें – पहले वार्तालाप करके हल निकालें। हल्का-सा दान (फल/अन्न) भी मन को शांत करता है।
2) तुला (Libra):
- संकेत: आर्थिक दबाव या धनलाभ न होने के कारण मन में निराशा उत्पन्न हो सकती है। स्वास्थ्य खासकर आँखों और थकान की शिकायत बन सकती है। यात्रा खर्च अधिक आ सकता है।

- उपाय: अनावश्यक निवेश टालें; व्यायाम व नेत्र-आराम पर ध्यान दें। अगर यात्रा जरूरी है तो बजट पहले तय करें। घर में हल्का-सा व्रत या दान कर के मन संतुलित रखें।
3) मीन (Pisces):
- संकेत: काम में शॉर्टकट लेने या अधूरी योजना के कारण समस्या हो सकती है। आलोचना या कार्य-परिणाम की अपेक्षा से मन निराश हो सकता है। घरेलू जीवन में भी तनाव के संकेत मिल सकते हैं।

- उपाय: योजनाबद्ध तरीके से काम करें-किसी भी निर्णय से पहले दोबारा जाँच-परख करें। स्वास्थ्य व आराम का ध्यान रखें; महत्वहीन बहस में न पड़ें।
- क्या सावधानियाँ जरूरी हैं? :
बिना सोचे निवेश न करें। जोखिम भरे वित्तीय फैसलों से बचें।
बातचीत में संयम रहे। छोटी-सी बात भी बढ़कर विवाद बन सकती है – इसीलिए सोच-समझकर बोलें।
स्वास्थ्य पर ध्यान दें। अधिक काम और चिंता से थकावट हो सकती है – पर्याप्त नींद और हाइड्रेशन जरूरी है।
- सरल और व्यवहारिक उपाय:
जरूरत से ज्यादा बोलने से बचें -शांत रहने से गलतफहमी कम होंगी।
बुधवार या रविवार को थोड़ा-सा दान करें – अनाज, फल या पशु-भोजन (पक्षियों के लिए दाना) लाभदायक माना जाता है।
घर पर हल्का-सा मंत्र जाप (मानसिक शांति के लिए) और दीपक जलाएं – इससे मन को स्थिरता मिलती है।
यदि कोई महत्वपूर्ण आधिकारिक फैसला है, तो ग्रहण-योग के समय उसे पोस्टपोन कर दें या सलाहकार की राय लें।
- सकारात्मक रहें, पर सतर्क भी:
ग्रहण-योग के प्रभाव कुछ लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, पर सही सतर्कता और संयम से आप इन चुनौतियों को प्रबंधित कर सकते हैं। 10 अगस्त 2025 की यह ज्योतिषीय स्थिति (चंद्र-कुंभ में राहु के साथ) कुछ राशियों के लिए असुविधा ला सकती है -पर उचित सावधानी, योजना और धैर्य से समय को अवसर में बदला जा सकता है।