सावन 2025 उत्तर भारत में 11 जुलाई से और दक्षिण भारत में 25 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है, जो इस वर्ष तिथि क्षय के कारण 29 दिनों का एक विशेष और फलदायी मास है. यह लेख सावन सोमवार व्रत की तिथियों, संपूर्ण पूजन विधि, व्रत के नियमों और समुद्र मंथन जैसी पौराणिक कथाओं के गहरे आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालता है. इसमें विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए ‘ॐ नमः शिवाय’ और महामृत्युंजय जैसे शक्तिशाली मंत्रों का भी संकलन है, जो इसे शिव कृपा पाने का एक सुनहरा अवसर बनाता है.

सावन 2025: सावन का महीना आते ही प्रकृति हरियाली की चादर ओढ़ लेती है और वातावरण में एक अनूठी आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होने लगता है. मंदिरों से आती “हर हर महादेव” की गूंज, रिमझिम बरसती फुहारें और शिव भक्तों का उत्साह मिलकर इस मास को अत्यंत पवित्र और विशेष बना देते हैं. यह केवल एक महीना नहीं, बल्कि शिव कृपा का वह अमृत काल है जब भगवान शिव स्वयं सृष्टि का संचालन करते हैं. मान्यता है कि इस दौरान की गई पूजा-अर्चना, व्रत और साधना का फल कई गुना अधिक मिलता है.
यह महीना आंतरिक शुद्धि, मनोकामनाओं की पूर्ति और देवाधिदेव महादेव से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन में ही भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं और सृष्टि की बागडोर भगवान शिव अपने हाथों में ले लेते हैं. इसलिए, इस पूरे मास में ब्रह्मांड शिव तत्व से ओत-प्रोत रहता है.
सावन मास की तिथियों को लेकर अक्सर लोगों में कुछ भ्रम की स्थिति रहती है, क्योंकि भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसकी शुरुआत और समापन की तारीखें भिन्न होती हैं. यह कोई गलती नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध पंचांग परंपरा का एक सुंदर उदाहरण है.
भारत में मुख्य रूप से दो प्रकार के चंद्र पंचांगों का पालन किया जाता है, और इसी कारण सावन की तिथियों में लगभग 15 दिनों का अंतर देखने को मिलता है.
पूरे सावन मास में प्रत्येक दिन पवित्र होता है, लेकिन सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वोपरि माना गया है. ‘सोमवार’ का संबंध ‘सोम’ अर्थात् चंद्रमा से है, और चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर सुशोभित हैं. चूँकि चंद्रमा मन का कारक है, इसलिए सोमवार को शिव की पूजा करने से मन को नियंत्रित करने और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने में सहायता मिलती है. इस दिन व्रत और पूजन करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
सावन सोमवार व्रत 2025 (उत्तर भारत के अनुसार)
सोमवार व्रत तिथि दिन
पहला सोमवार 14 जुलाई 2025 सोमवार
दूसरा सोमवार 21 जुलाई 2025 सोमवार
तीसरा सोमवार 28 जुलाई 2025 सोमवार
चौथा (और अंतिम) सोमवार 4 अगस्त 2025 सोमवार